NEET UG Selection: नीट यूजी में किस कैटेगरी और कितने अंक वालों को कौनसी कॉलेज मिलेगी लिस्ट जारी

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नीत यूजी के लिए परिणाम जारी हो गया है 7 वर्षों में ऐसा पहली बार हुआ है जब कोई भी छात्र 700 अंक का स्कोर पर नहीं कर पाया है इस बार टॉपर बहुत ही कम अंकों में चयनित हुए हैं इसलिए नीट के अंदर पूरा सिस्टम ही बदल गया है वही काम अंकों में टॉपर का चयन होने के बाद सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन की संभावनाएं भी बढ़ गई है।

इस बार की परीक्षा परिणाम में प्रथम टॉपर हनुमानगढ़ देवासी महेश कोटवानी 720 में से 786 अंक प्राप्त करके प्रथम स्थान पर रहे वहीं दूसरे स्थान पर इंदौर के उत्कर्ष 682 के साथ में रहे हैं 2017 से लेकर 2024 तक यह पहला मौका है जब किसी छात्र के शासक अंक नहीं आए एक और जहां टॉपर की स्कोर की गिरावट देखने की मिली वहीं दूसरी ओर सीटों की उपलब्धता और कट ऑफ ट्रेंड के चलते कम अंक आने वाले छात्रों को भी सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन की आज तक गई है।

530 अंक वाले को मेडिकल कॉलेज मिल सकती है

विशेषज्ञों के अनुसार इस वर्ष सरकारी मेडिकल कॉलेज की सीटों पर दाखिला 530 अंक तक पहुंच सकता है पिछले वर्षों की तुलना में यह आंकड़ा 100 अंक तक नीचे जा सकता है जिसका मुख्य कारण टॉप स्कोर में तो 700 पार कर पाया और न हीं 690 पार कर पाया, इससे मैदा सूची का औसत नीचे गिर गया है जिसका सीधा लाभ मिड रेंज वाले स्टूडेंट्स को मिलेगा।

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार चीनी छात्रों में से 70% आरक्षित वर्ग से है कल 12.36 लाख चीनी छात्रों में से 8.97 लाख छात्र आरक्षित वर्ग से पास हुए हैं।

किस कैटेगरी में कितने स्टूडेंट

अगर हमें स्टूडेंट के रेंज की बात करें तो सबसे पहले हम आपको बता दें कि 651 नंबर से लेकर 686 तक सिर्फ 73 स्टूडेंट है वहीं इसके बाद में 601 से लेकर 650 तक 12659 विद्यार्थी है वही 501 से लेकर 600 तक 39521 विद्यार्थी शामिल है इसके बाद में 401 से लेकर 500 तक 1 लाख 2313 विद्यार्थी शामिल है , आगे हम बात करें तो 301 से लेकर 400 अंक तक 105555 विद्यार्थी शामिल है वहीं अब नीचे वाले ट्रेन में बात करें तो 201 से लेकर 300 तक 126375 अभ्यर्थी, वही 144 से लेकर 200 अंक तक 118346 अभ्यर्थी शामिल है।

कट ऑफ में गिरावट जनरल कैटेगरी के लिए पिछली बार क्वालीफाइंग मार्क्स 137 अंक थी जो इस बार 113 है कम रहेगी, टॉपर के स्कोर में गिरावट जिसके कारण इस बार कट ऑफ कम रहेगी।

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