इस बार मानसून समय से पहले हो रहा है कई जगह प्री मानसून की बारिश होने के कारण किसानों के चेहरे खिल उठे हैं बारिश के साथ किसानों ने खरीफ की फसलों की बुवाई भी शुरू कर दी है कृषि विभाग ने किसानों को समय और तरीके से बी चैन बीज उपचार और वैज्ञानिक विधि से बुवाई करने की सलाह दी है।
वर्तमान में खासकर बाजरे की बुवाई के लिए लाइन टू लाइन विधि और उचित दूरी रखने की सलाह दी है और इसमें बताया गया कि किस प्रकार से आपको बाजरे की बुवाई करनी चाहिए इस बार मानसून की एंट्री समय से पहले हो गई है ऐसे में खरीफ की फसल की बुवाई समय से पहले शुरू होने की संभावना है किस बारिश के बाद करीब की मुख्य फसलों में बाजरे की बुवाई करते हैं।
बीज की खरीदारी करते समय ध्यान रखें
कृषि विभाग के सहायक कृषि अधिकारी अशोक मीणा ने बताया कि किसानों को खरीब की फसल की बुवाई करने के लिए जो बीज की आवश्यकता है वह बीज जांच पर कर लेना चाहिए बी जहां से भी ले पहले तो पक्का बिल अवश्य बनवा ले साथ ही कृषि विभाग की रजिस्टर्ड दुकानों से ही बीच की खरीदारी करें।
बंपर उपज के लिए बाजरे की ऐसे बुवाई करें
सई कृषि अधिकारी अशोक मीणा ने बताया कि इस बार अच्छी बारिश हुई है जिसके चलते खेतों में नमी अच्छी बनी हुई है उन्होंने बताया कि बारिश के चलते खेतों में अधिक नमी है इस दौरान किसान बीज की बुवाई अधिक बारीश में ना करें खेती की मिट्टी अच्छी तरह हो जाए तब किसान करीब फसल की बुवाई शुरू करें उन्होंने बताया कि बाजरा तिल गवार और ज्वार की खेती सबसे अधिक होती है उन्होंने बताया कि बाजरे की लाइन टू लाइन शोइंग करें जिसमें लगभग 40 से 60 सेंटीमीटर की दूरी लाइन से लाइन होनी चाहिए।
वहीं पर पौधे से पौधे की दूरी 10 से 15 सेंटीमीटर होनी चाहिए अगर किसान इस तरह बुवाई करते हैं तो पैदावार भी अच्छी होती है किसानों को प्रति हेक्टेयर 4 से 5 किलो बीज की बुवाई करें।
बुवाई से पहले बीच का उपचार करें
सहायक कृषि अधिकारी के द्वारा बताया गया कि खरीफ की फसल की बुवाई से पहले किसानो को बीज का उपचार भी कर लेना आवश्यक है क्योंकि बाद में सफेद लट जैसी अनेक प्रजाति के कीट लगने की ज्यादा संभावनाएं रहती है अगर किट या रोग लग जाए तो कीटनाशक दवाइयां का उपयोग भी करना चाहिए इस समय किस तिल की फसल की बुवाई भी कर सकते हैं क्योंकि इस बार अच्छी बारिश हुई है किसानों को उम्मीद है कि इस बार अच्छी पैदावार मिलेगी।